IMPOSSIBLE .... यानि अंग्रेज़ी भाषा का वो शब्द जिसका मतलब है नामुमकिन .... लेकिन मास्टर ब्लास्टर सचिन की डिक्शनरी में ये शब्द नहीं है ... सचिन के लिए IMPOSSIBLE का मतलब कुछ औऱ है ... सचिन IMPOSSIBLE को IMPOSSIBLE नहीं बल्कि कहते हैं I AM POSSIBLE औऱ सचिन की इस दलील पर विश्वास करने को यकीन भी करता है ... क्योंकि सचिन के क्रिकेट करियर पर अगर नज़र डाली जाए तो वो इस जुम्ले पर ठीक बैठता भी है। रनों की बात की जाए ... या शतकों की ... मैचों की बात की जाए ... या क्रिकेट पिच पर बिताए दिनों की सचिन वो मिसाल हैं जिसकी काट ना तो बनी है तो ना ही बनने की कोई सोच सकता है। अपने 21 साल के करियर में सचिन ने वो तमाम लक्ष्य हासिल करके दिखाए हैं ... जो दूसरों के लिए नामुमकिन थे। औऱ तो औऱ चैलेंज के नाम पर भी सचिन को जो कहा गया सचिन ने उससे कहीं ज़्यादा हासिल करके दिखाया।
वो सचिन का हुनर ही था कि कपिल के 10 साल के चैलेंज को पार करते हुए ... आज सचिन 21 साल बाद भी क्रिकेट खेल रहे हैं। वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे कामयाब क्रिकेटर सचिन में देश के लिए क्रिकेट खेलने की ललक ऐसी है ... कि बार-बार घायल होने के बावजूद वो क्रिकेट पिच पर वापसी करते आये हैं ... और वो भी पहले से ज्यादा बेहतर अंदाज़ से। ज़ाहिर है, रनों को लेकर सचिन की भूख है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही ... टेस्ट क्रिकेट में करीब 13 हज़ार औऱ वन-डे में करीब 17 हज़ार रन बना चुके सचिन से आज भी फैन्स की उम्मीदें बरकरार हैं ... कि बिना थके .. बिना रुके मास्टर का ब्लास्ट जारी रहेगा।
No comments:
Post a Comment