वर्ल्ड कप का अभियान ...क्वॉर्टर फाइनल तक पहुंच चुका है ...और मुकबाले रोमांचक होते जा रहे है ...और इन्ही रोमांचक मुकाबलों के बीच ये पता लगना बेहद मुशकिल हो रहा है ..कि आखिर इस बार वर्ल्ड कप का ताज किसके सर पर बंधेगा....लेकिन लाइव इंडिया पर खुलने वाला है उस टीम का नाम जो उठाने वाली है वर्ल्ड कप की ट्रॉफी...
ब्राज़ील.. अर्जेंटीना...या फिर जर्मनी के जांबाज़ करेंगे वर्ल्ड कप पर कब्ज़ा .... दरअसल ..वर्ल्ड कप को लेकर साउथ अमेरिका ..और यूरोप की टीमों की बीच एक अनोखा इतिहास है .... 1962 से अगर फीफा वर्ल्ड कप के विजेताओं पर नज़र डाली जाए तो साफ नज़र आता है ...कि एक बार जहां साउथ अमेरिकी टीम वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाती है...तो वहीं दूसरी बार...वर्ल्ड कप जीत का जश्न यूरोप में मनाया जाता है..... 1962 में जहां साउथ अमेरिकी टीम ब्राज़ील ने वर्ल्ड कप पर कब्ज़ा कियी था ..तो 1966 में इंग्लैंड ने वर्ल्ड कप का खिलाब जीता...इसके चार साल बाद यानी 1970 में फीपा वर्ल्ड कप की ट्रॉफी एक बार फिर ब्राज़ील के पास थी ...तो 1974 वर्ल्ड कप का हकदार वेस्ट जर्मनी के तौर पर एक यूरोपिय देश बना....वहीं 1978 में साउथ अमेरिकी अर्जेटीना ने वर्ल्ड कप को अपने नाम कर लिया.....तो अगले वर्ल्ड कप में इटली चैंपियन बनकर उबरा .....यूरोप और साउथ अमेरिका की जीत के रोटेशन ये सिलसिला 80 और 90के दशक में बरकरार रहा.. तो वहीं 21 वीं शताबदी के पहला वर्ल्ड कप ब्राज़ील ने जीता और जबकि 2006 का वर्ल्ड कप जीत इटली ने यूरोप का कोटा पूरा कर दिया......और अब बारी 2010 की है ..और टर्न एक साउथ अमेरिकी देश का है ..इटली और इंग्लैंड समेत.यूरोप की कई दिग्गज़ टीमें वर्ल्ड से बाहर हो चुकी है..और इतिहास इशारा कर रहा है ..कि इस बार भी वर्ल्ड कप किसी साउथ अमेरिकी टीम को हो सकता है..
ब्राज़ील.. अर्जेंटीना...या फिर जर्मनी के जांबाज़ करेंगे वर्ल्ड कप पर कब्ज़ा .... दरअसल ..वर्ल्ड कप को लेकर साउथ अमेरिका ..और यूरोप की टीमों की बीच एक अनोखा इतिहास है .... 1962 से अगर फीफा वर्ल्ड कप के विजेताओं पर नज़र डाली जाए तो साफ नज़र आता है ...कि एक बार जहां साउथ अमेरिकी टीम वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमाती है...तो वहीं दूसरी बार...वर्ल्ड कप जीत का जश्न यूरोप में मनाया जाता है..... 1962 में जहां साउथ अमेरिकी टीम ब्राज़ील ने वर्ल्ड कप पर कब्ज़ा कियी था ..तो 1966 में इंग्लैंड ने वर्ल्ड कप का खिलाब जीता...इसके चार साल बाद यानी 1970 में फीपा वर्ल्ड कप की ट्रॉफी एक बार फिर ब्राज़ील के पास थी ...तो 1974 वर्ल्ड कप का हकदार वेस्ट जर्मनी के तौर पर एक यूरोपिय देश बना....वहीं 1978 में साउथ अमेरिकी अर्जेटीना ने वर्ल्ड कप को अपने नाम कर लिया.....तो अगले वर्ल्ड कप में इटली चैंपियन बनकर उबरा .....यूरोप और साउथ अमेरिका की जीत के रोटेशन ये सिलसिला 80 और 90के दशक में बरकरार रहा.. तो वहीं 21 वीं शताबदी के पहला वर्ल्ड कप ब्राज़ील ने जीता और जबकि 2006 का वर्ल्ड कप जीत इटली ने यूरोप का कोटा पूरा कर दिया......और अब बारी 2010 की है ..और टर्न एक साउथ अमेरिकी देश का है ..इटली और इंग्लैंड समेत.यूरोप की कई दिग्गज़ टीमें वर्ल्ड से बाहर हो चुकी है..और इतिहास इशारा कर रहा है ..कि इस बार भी वर्ल्ड कप किसी साउथ अमेरिकी टीम को हो सकता है..
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